
इजरायली सैनिक,सांकेतिक तस्वीर, साभार-(सोशल मीडिया)
तेहरान/तेलअवीव। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर एक बार फिर से इजरायल समेत पेंटागन और IAEA बेहद गंभीर हो गए हैं, हालात भी दिन ब दिन बिगड़ते हीं जा रहे हैं, माहौल यहां तक तनावपूर्ण हो चुका है कि रोम वार्ता के असफल होते ही तुरंत ईरान पर चौतरफा हमला बोला जा सकता है। जहां इस दौरान पूरी दुनिया में इस बात की आशंका तूल पकड़ रही है कि ईरान के परमाणु संयंत्रों पर इजरायल सहित अमेरिका व नाटों के कई अन्य सदस्य देश भी संयुक्त रूप से किसी बड़े मिलिट्री ऑपरेशन के तहत बड़े हमले को अंजाम दे सकते हैं।
जहां उक्त आशंका की चपेट में लगभग पूरी दुनिया हीं है, वहीं इस स्तिथि पर “सीक्रेट ऑपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह अपने विश्वस्त सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार तथा संबंधित अन्य विवरणों के आधार पर अपने इस रिसर्च पर पहुंचा है कि रोम वार्ता असफल होने पर ईरान पर सिर्फ और सिर्फ इजरायल ही हमला करेगा, क्योंकि कई समझौतों के तहत इजरायल के लिए अमेरिका व नाटों देश सिर्फ और सिर्फ रक्षात्मक हीं सहयोग करते रहे हैं।
यानि, समझौतों के तहत इजरायल अपने रक्षात्मक हितों की पूर्ति के लिए अपने दुश्मन पर हमला करने के लिए सदैव स्वतंत्र हैं, हां इन हमलों के पलटवार के दौरान इजरायल पर हमला होने की स्थिति में अमेरिका व नाटों देश उसकी रक्षा के लिए अपनी सभी सैन्य संसाधनों का इस्तेमाल कर सकते हैं। यहीं कारण रहा था कि बीते सालों में ईरान और हमास तथा हिजबुल्लाह आदि पर इजरायल अकेले ही हमला करता रहा, जहां पलटवार की स्थिति में अमेरिका समेत अन्य पश्चिम देश सामने आकर इजरायल का बचाव करते रहे हैं।
ऐसे में हमारी रिसर्च में यह प्रथम दृष्ट्या स्पष्ट होता है कि रोम वार्ता असफल होने के बाद यदि इजरायल के लिए ईरान पर हमला करना आवश्यक होता है तो वह अकेले ही इस आपरेशन को अंजाम देगा, न कि अमेरिका या अन्य पश्चिम के सहयोगी देश। यानि, यह हमला सिर्फ और सिर्फ इजरायल ही कर सकता है, जिसे “सीक्रेट ऑपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह पूरी जिम्मेदारी के साथ दावा करता है। बता दे कि इस तरह के आज तक “सीक्रेट ऑपरेशन” द्वारा जितने भी दावें किये गये वे सभी के सभी आन रिकार्ड सौ फीसदी सच साबित होते रहे हैं।
उल्लेखनीय हैं कि हाल ही में “इंटरनेशनल एटामिक ऐनर्जी एजेंसी” की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम अब हथियार के रूप में विकसित होने से महज चंद कदम की दूरी पर है, जो कि इजरायल समेत अमेरिका व दुनिया के कई देशों के लिए बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है, जहां इस संबंध में अमेरिका, ईरान से एक सकारात्मक वार्ता के उपरांत हीं किसी गंभीर निर्णय की तैयारी में है, वहीं तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि इजरायल अपनी पूरी तैयारी है कि जैसे ही अमेरिका ईशारा करता है कि ईरान पर चौतरफा भीषण हमला शुरू कर दिया जायेगा।
